समस्या यह थी की जब किसी स्प्रे घोल (छिड़काव हेतु घोल) को क्रशी-रसायन के प्रभाव को बढ़ाने के उदेश्य से एक ओरगानोसिलिकॉं-आधारित तलसक्रियकारक (surfactant) के साथ मिलाकर बनाया जाता है, तब बड़ी मात्रा मे झाग बनता है, और इसलिए स्प्रे घोल की मात्रा को सही तरह से मापना कठिन हो जाता है, साथ ही स्प्रे घोल स्प्रेयर (छिड़काव यंत्रा) से बाहर बह जाता है, इत्यादि. विशेष रूप से, जब स्प्रे घोल का निर्माण और रसायन का छिड़काव बार बार किया जाता है, तब झाग की मात्रा लगातार बढ़ती जाती है, और इसलिए, स्प्रे घोल को तैयार करना और भी कठिन हो जाता है. जब किसी स्प्रे घोल, जिसे एक जल-आधारित स्थगन (suspension संघटक प्रदान करके, जिसमे (क) सायाज़ोफ़ामीड (cyazofamid), (ख) एक polydimethylsiloxane -युक्त झाग-प्रतिरोधक एजेंट, (ग) एक छइतरने वाला घटक (dispersant), (घ) एक तिरणरोधक एजेंट (antisettling), (ई) एक जमावरोधी एजेंट (antifreezing), (च) एक रोगणुरोधक एजेंट, और (छ) पानी, का समावेश है, को एक ओरगानोसिलिकॉआन (organoslicone)-आधारित तलसक्रियकारक को मिलाकर बनाया जाता है, तब झाग का बनना अवरोधित होता है, और इस प्रकार स्प्रे घोल को बनाना सुगम होता है.